भारतीय परमाणु : अनुसंधान केंद्र और विद्युत गृह (TRICK)

भारतीय परमाणु : अनुसंधान केंद्र,परमाणु विद्युत गृह (TRICK)

भारतीय परमाणु अनुसंधान केंद्र  और परमाणु विद्युत गृह के नाम तथा यह भारत के किस शहर (राज्य) में स्थित है इसके बारे में सभी प्रतियोगिता परीक्षाओ में पूछा जाता है इसी को ध्यान में रखते हुए मैने आज दिनांक 07/12/2015 को जो TRICK बनाई है आशा करता हूँ की आपको पसंद आयेगी।


भारतीय परमाणु अनुसंधान एवं विकास के प्रमुख केंद्र :
FACT : डॉ. होमी जे. भाभा की अध्यक्षता में 10 अगस्त, 1948 को परमाणु ऊर्जा आयोग की स्थापना  के साथ ही परमाणु ऊर्जा अनुसंधान की भारतीय यात्रा आरंभ हुई। भारत के प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में परमाणु ऊर्जा कार्यक्रमो के कार्यान्वयन हेतु अगस्त 1954 में परमाणु ऊर्जा विभाग की स्थापना की गई परमाणु ऊर्जा के सभी कार्यक्रम प्रधानमंत्री के तत्वधान में किये जाते हैं।

TRICK-"परमाणु उसका भाई है"

ट्रिक का विस्तृत्व रूप :
परमाणु = परमाणु
1. परमाणु-परमाणु अनुसंधान केंद्र
उसका = उ+स+का
1. उ-उच्च प्रौद्योगिकी केंद्र (CAT), इंदौर
FACT : 1984 में इंदौर में स्थापित उच्च प्रौद्योगिकी केंद्र का मुख्य  कार्य लेजर एवं त्वरकों के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का विकास करना है।
Note : लेजर (LASER) अक्षर समूह का निर्माण लाइट एम्पलिफिकेशन बाई स्टीमुलेटेड एनिमेशन ऑफ रेडिएशन के संक्षिप्तीकरण में हुआ है। जिसका अर्थ होता है विकिरण उत्सर्जन के द्वारा प्रकाश का प्रवर्द्धन। लेसर एक ऐसी युक्ति है जिसमें विकिरण ऊर्जा के उत्सर्जन के द्वारा एकवर्णीय प्रकाश प्राप्त किया जाता है लेजर की खोज अमेरिका की हेजेज प्रयोगशाला में थियोडोर मेमैन के द्वारा 1960 में की गयी थी। 1964 में BARC करने के नियम और दैनिक अर्धचालक लेजर का निर्माण किया।
2. स+का-साइक्लोट्रॉन केंद्र अर्थात परिवर्तनीय ऊर्जा साइक्लोट्रॉन केंद्र (VECC), कोलकाता
FACT : यह केंद्र परमाणु भौतिकी, परमाणु रसायन विभिन्न उद्योगों के लिए रेडियो समस्थानिको के उत्पादन एवं रिएक्टरो को विभिन्न स्तरो से होने वाली क्षती के उच्च अध्ययन का राष्ट्रीय केंद्र है। इसका मुख्यालय कोलकाता में है।
भाई = भा+ई
1. भा-भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC), ट्राम्बे (मुम्बई)
FACT :
प्रायोगिक  रिएक्टरो को "जीरो पॉवर" रिएक्टर भी कहते हैं। क्योंकि इसका इस्तेमाल ऊर्जा प्राप्ति की अपेक्षा नाभिकीय अनुसंधान के लिए खास तौर से किया जाता है।
www.allgktrick.com
कनाडा के सहयोग से BARC में स्थापित सायरस तापीय रिएक्टर का मुख्य उद्देश रेडियो आइसोटोप का उत्पादन एवं उनके प्रयोग को प्रोत्साहित करना है।
ध्रुव अनुसंधान रिएक्टर में रेडियो आइसोटोप तैयार करने के साथ-साथ परमाणु प्रौद्योगिकियों व पदार्थों में शोध पर कार्य किया जाता है।
www.allgktrick.com
2. ई-इंदिरा गाँधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (IGCAR), कलपक्कम (तमिलनाडु)
FACT : वर्ष 1971 में कलपक्कम तमिलनाडु
में इस केंद्र की स्थापना की गई। इस वक्त केंद्र का प्रमुख कार्य फ़ास्ट ब्रीडर रिएक्टर के संबंध में अनुसंधान एवं विकास करना है। इस केंद्र में स्थित फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर विश्व में अपनी तरह का पहला रिएक्टर है जो प्लूटोनियम, यूरेनियम मिश्रित कार्बाइड ईधन को काम में लाता है। फ़ास्ट ब्रीडर रिएक्टर की कुछ विशेषताएं निम्न है-
www.allgktrick.com
(i). इसमे श्रृंखलागत अभिक्रिया को तीव्र न्यूट्रॉनो के माध्यम से निरंतर जारी रखा जाता है। ताप रिएक्टर की अपेक्षा इसमें विखंडित न्यूट्रॉनों की संख्या अत्यधिक होती है।
(ii). फ़ास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर में प्राकृतिक यूरेनियम का प्रयोग ताप रिएक्टर की अपेक्षा 60 से 70 गुना ज्यादा होता है।
www.allgktrick.com
(iii). इसमें रेडियोधर्मिता का उत्सर्जन अल्प मात्रा में होता है।
(iv). इसमें शीतलक के रूप में सोडियम का प्रयोग किया जाता है जबकि ताप रिएक्टर में जल का।
(v). फ़ास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर की रूपरेखा फ्रांस की रैपसोडी रिएक्टर पर आधारित है।
3.  है-silent


भाभा परमाणु अनुसंधान BARC) के परमाणु रिएक्टर :
TRICK-"भाभा आपकी साइज़ पूरी दो(Do)"
Note : इस ट्रिक में भाभा जो हमारे देश के वैज्ञानिक थे जब वह कपडे सिलवाने के लिए टेलर की दुकान पर गए तो उस टेलर ने कहा भाभा आपकी साइज़ पूरी दो तभी मैं आपकी साइज़ के कपडे बना पाउँगा।
ट्रिक का विस्तृत्व रूप :
भाभा = भाभा

1. भाभा-भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के रिएक्टर
www.allgktrick.com
आपकी = आप+की
2. आप-अप्सरा (निर्माण वर्ष सन् 1965, क्षमता 1 मेगावाट)
की-silent
साइज़ = साइ+ज
3. साइ-साइरस (निर्माण वर्ष सन् 1960, क्षमता 40 मेगावाट)
4. ज-जरलीना (निर्माण वर्ष सन् 1961, क्षमता 00 मेगावाट)
पूरी = पूरी
5. पूरी-पूर्णिमा-I (निर्माण वर्ष सन् 1972, क्षमता 00 मेगावाट)
6. पूरी-पूर्णिमा-II (निर्माण वर्ष सन् 1980, क्षमता 00 मेगावाट)
7. पूरी-पूर्णिमा-III (निर्माण वर्ष सन् 1990, क्षमता 00 मेगावाट)
दो(Do) = दो (Do)
8. Do-ध्रुव (dhruv) (निर्माण वर्ष सन् 1985, क्षमता 00 मेगावाट)


भारत के परमाणु विद्युत गृह : 
FACT : परमाणु विद्युत उत्पादन के प्रबंधन के लिए 1987 में भारतीय परमाणु विद्युत निगम लिमिटेड की स्थापना की गई।

TRICK-"सुकरात ने कनक के घर कम कैक बनाया"
ट्रिक का विस्तृत्व रूप-
सुकरात = सु+क+रा+त
1. सु+क-सूरत (गुजरात) : काकरापार परमाणु विद्युत गृह (1993)
2. रा- रावतभाटा (राजस्थान) : राजस्थान परमाणु विद्युत गृह (1972)
FACT :
रावतभाटा परमाणु विद्युत गृह प्रारंभ में कनाडा के सहयोग से शुरू किया गया था बाद में यह परियोजना स्वदेशी तकनीक से पूरी की गई वर्तमान में यह भारत का सबसे बड़ा "न्यूक्लियर पार्क" है।
www.allgktrick.com
3. त-तारापुर परमाणु विद्युत गृह (1972) : महाराष्ट्र
FACT :
तारापुर परमाणु विद्युत गृह संयुक्त राज्य अमेरिका की सहायता से स्थापित भारत का पहला परमाणु विद्युत संयंत्र है यहां अमेरिका से आयातित व संवर्द्धित यूरेनियम का ईधन के रूप में प्रयोग होता है। इस विद्युत गृह के लिए आवश्यक ईधन आपूर्ति अंतिम समय तक संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा की जाती है।
ने-silent

कनक = कन+क
4. कन+क-कन्याकुमारी (तमिलनाडु) : कूड़नकुलम परमाणु विद्युत गृह
के-silent
घर = घर
घर-गृह (परमाणु विद्युत गृह)
कम = क+म
5. क+म-कलपक्कम (तमिलनाडु) : मद्रास परमाणु विद्युत गृह (1983)
कैक = कै+क
6. कै+क-कैगा परमाणु विद्युत गृह (1999) : कर्नाटक
Note : ध्यान रहे सिर्फ इसमे पहला शब्द विद्युत गृह तथा दूसरा शब्द स्थान को व्यक्त करेगा।
बनाया = ब+नाया
7. ब+नाया-बुलंदशहर (उत्तरप्रदेश) : नरोरा परमाणु विद्युत गृह (1991)
Note :
विश्व का पहला परमाणु बिजिलीघर रूस में स्थापित किया गया था तथा दूसरा संयुक्त राज्य अमेरिका में।
परमाणु परिक्षण :
1. 18 मई, 1974 में पोखरण,जैसलमेर (राजस्थान) में भारत ने स्वदेशी पहला परीक्षणीय परमाणु विस्फोट किया। यह बम 12 किलोटन क्षमता का था।
2. पहले परीक्षण के 24 वर्षों के बाद पोखरण में दूसरी बार 11 मई व 13 मई, 1998 को परमाणु परीक्षण किया गया जिसे "शक्ति-98" नाम दिया गया।
www.allgktrick.com
3. सब किलोटन (अर्थात एक किलोटन से कम) विस्फोटों का सबसे बड़ा भाग गया है कि यदि भारत ने समग्र परमाणु परीक्षण निषेध संधि (CTBT) पर हस्ताक्षर कर भी दिए, तो इस विस्फोटक तकनीकी के माध्यम के बाद प्रयोगशाला में भी परीक्षणों को जारी रखा जा सकता है।
4. "शक्ति-98" योजना की सफलता का श्रेय वैज्ञानिको को संयुक्त रूप से जाता है-
(i). आर.चिदंबरम
(ii). डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
(iii). अनिल काकोडकर।
www.allgktrick.com
5. 1974 के परमाणु परीक्षण में मात्र प्लूटोनिक ईधन  का उपयोग हुआ था, जबकि वर्ष 1998 में परिशोषित यूरेनियम से लेकर ट्रीटियम, डयूटेरियम तक का उपयोग किया गया।
6. ट्रीटियम ईधन परमाणु ऊर्जा रिएक्टरो में प्रयोग में  लाए जाने वाले भारी जल से प्राप्त किया जाता है।

-By Singh