इतिहास : उत्तरकालीन मुगल सम्राट क्रमानुसार (TRICK)
आधुनिक भारत के इतिहास में जो प्रमुख 9 उत्तरकालीन मुग़ल सम्राट है उनको क्रमानुसार याद रखने के लिए मैने आज दिनांक 12/12/2015 को आपके लिए TRICK बनाई है।
TRICK-"बजाओ FM को अहमद आलम SAHAB(साहब)"
Note : इस ट्रिक में उत्तरकालीन मुगल सम्राट के नाम क्रमानुसार है।
ट्रिक का विस्तृत्व रूप :
बजाओ = ब+जाओ
1. ब-बहादुरशाह (1707-1712 ई.)
2. जाओ-जहाँदार शाह (1712-1713 ई.)
बजाओ = ब+जाओ
1. ब-बहादुरशाह (1707-1712 ई.)
2. जाओ-जहाँदार शाह (1712-1713 ई.)
FM = F+M
3. F-फर्रुखसियर (1713-1719 ई.)
4. M-मुहम्मदशाह (1719-1748 ई.)
को-silent
3. F-फर्रुखसियर (1713-1719 ई.)
4. M-मुहम्मदशाह (1719-1748 ई.)
को-silent
अहमद आलम = अहमद+आलम
5. अहमद-अहमदशाह (1748-1754 ई.)
6. आलम-आलमगीर-II (1754-1759 ई.)
5. अहमद-अहमदशाह (1748-1754 ई.)
6. आलम-आलमगीर-II (1754-1759 ई.)
SAHAB = SAH+A+B
7. SAH-शाहआलम-II (1759-1806 ई.)
8. A-अकबर-II (1806-1837 ई.)
9. B-बहादुरशाह जफ़र (1837-1857 ई.)
7. SAH-शाहआलम-II (1759-1806 ई.)
8. A-अकबर-II (1806-1837 ई.)
9. B-बहादुरशाह जफ़र (1837-1857 ई.)
महात्त्वपूर्ण तथ्य :
1. उत्तराधिकारी युद्ध में गुरु गोविंद सिंह ने बहादुरशाह का साथ दिया था।
2. बहादुरशाह का पूर्व नाम मुअज्जम था, जिसे शाह-वे-खबर के उपनाम से पुकारा जाता था।
3. जँहादार शाह ने अपने शासन में लाल कुमारी नाम की वेश्या को हस्तक्षेप करने का आदेश दे रखा था।
1. उत्तराधिकारी युद्ध में गुरु गोविंद सिंह ने बहादुरशाह का साथ दिया था।
2. बहादुरशाह का पूर्व नाम मुअज्जम था, जिसे शाह-वे-खबर के उपनाम से पुकारा जाता था।
3. जँहादार शाह ने अपने शासन में लाल कुमारी नाम की वेश्या को हस्तक्षेप करने का आदेश दे रखा था।
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4. मुगलकालीन इतिहास में सैयद बन्धु हुसैन अली खाँ एवं अब्दुल्ला खाँ को शासक निर्माता के रूप में जाना जाता है।
5. जहाँदार शाह को लम्पट मुर्ख भी कहा जाता था।
6. फर्रूखसियर को मुगल वंश का घृणित कायर कहा गया है।
4. मुगलकालीन इतिहास में सैयद बन्धु हुसैन अली खाँ एवं अब्दुल्ला खाँ को शासक निर्माता के रूप में जाना जाता है।
5. जहाँदार शाह को लम्पट मुर्ख भी कहा जाता था।
6. फर्रूखसियर को मुगल वंश का घृणित कायर कहा गया है।
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7. सुन्दर युवतियों के प्रति अत्यधिक रुझान के कारण मुहम्मदशाह को रंगीला बादशाह कहा जाता है।
8. तूरानी सैनिक हैदरबेग ने 9 अक्टूबर, 1720 ई. को सैय्यद बन्धु हुसैन अली खाँ की हत्या कर दी।
9. ईरान (फ़ारस) के सम्राट नादिरशाह ने 1739 ई. में दिल्ली पर आक्रमण किया। उस समय दिल्ली क शासक मुहम्मदशाह था। नादिरशाह को ईरान का नेपोलियन कहा जाता है।
7. सुन्दर युवतियों के प्रति अत्यधिक रुझान के कारण मुहम्मदशाह को रंगीला बादशाह कहा जाता है।
8. तूरानी सैनिक हैदरबेग ने 9 अक्टूबर, 1720 ई. को सैय्यद बन्धु हुसैन अली खाँ की हत्या कर दी।
9. ईरान (फ़ारस) के सम्राट नादिरशाह ने 1739 ई. में दिल्ली पर आक्रमण किया। उस समय दिल्ली क शासक मुहम्मदशाह था। नादिरशाह को ईरान का नेपोलियन कहा जाता है।
10. नादिरशाह लगभग 70 करोड़ रुपए की धनराशि और शाहजहाँ का बनवाया हुआ तख्ते ताऊस (Peacock throne) तथा कोहिनूर हिरा लेकर फ़ारस वापस लौटा।
11. तख्ते ताऊस (मयूर सिंहासन) पर बैठने वाला अंतिम मुगल शासक मुहम्मदशाह था।
12. शाह आलम-II (अली गौहर) के शासन काल में 1803 ई. में अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया।
11. तख्ते ताऊस (मयूर सिंहासन) पर बैठने वाला अंतिम मुगल शासक मुहम्मदशाह था।
12. शाह आलम-II (अली गौहर) के शासन काल में 1803 ई. में अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया।
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13. पानीपत का तृतीय युद्ध 1761 ई. में मराठा एवं अहमदशाह अब्दाली की सेना के बिच हुआ। इस युद्ध में मराठों की हार हुई थी।
14. गुलाम कदीर खाँ ने 1806 ई. को शाहआलम-II की हत्या करवा दी।
15. बहादुरशाह-II (जफर) अंतिम मुगल सम्राट था।
13. पानीपत का तृतीय युद्ध 1761 ई. में मराठा एवं अहमदशाह अब्दाली की सेना के बिच हुआ। इस युद्ध में मराठों की हार हुई थी।
14. गुलाम कदीर खाँ ने 1806 ई. को शाहआलम-II की हत्या करवा दी।
15. बहादुरशाह-II (जफर) अंतिम मुगल सम्राट था।
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16. 1857 ई. की क्रांति में भाग लेने के कारण अंग्रेजों द्वारा बहादुरशाह जफर को बंदी बना लिया गया एवं रंगून भेज दिया।
17. अहमदशाह अब्दाली का वास्तविक नाम अहमद खाँ था। इसने आठ बार भारत पर आक्रमण किया।
18. मुगल सम्राट मुहम्मदशाह ने सआदत खाँ को बुरहान-उल-मुल्क की उपाधि दी। सआदत खाँ का असली नाम मीर मुहम्मद अमीन था।
16. 1857 ई. की क्रांति में भाग लेने के कारण अंग्रेजों द्वारा बहादुरशाह जफर को बंदी बना लिया गया एवं रंगून भेज दिया।
17. अहमदशाह अब्दाली का वास्तविक नाम अहमद खाँ था। इसने आठ बार भारत पर आक्रमण किया।
18. मुगल सम्राट मुहम्मदशाह ने सआदत खाँ को बुरहान-उल-मुल्क की उपाधि दी। सआदत खाँ का असली नाम मीर मुहम्मद अमीन था।
-By Singh