मानव विकास सूचकांक

मानव विकास सूचकांक की परिभाषा:
यह शिक्षा, आय व जीवन प्रत्याशा का मिला सांख्यिकीय रूप है जो कि राष्ट्रों के मानव विकास के लिए चार स्तर पर विभाजित करता है.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने 2010 में मानव विकास के आकलन के लिए कुछ नये सूचियाँ प्रदान की हैं.

निम्न 3 सूचियाँ इस प्रकार हैं :
- जीवन प्रत्याशा सूची
- शिक्षा
- आय
इस प्रकार अब मानव विकास सूचकांक उपर दिए गये तीनों सूचियों की ज्यमितीय गणना होती है.

उत्पत्ति

मानव विकास सूचकांक को सर्वप्रथम महबूब-उल-हक द्वारा बननाया गया जिसे बाद में अमर्त्य सेन द्वारा आगे बढ़ते हुए 1990 में यूएनडीपी द्वारा जारी किया गया.

अंतर सामंजस्य (इनेक्वालिटी- अड्जस्टमेंट) मानव विकास सूचकांक:

मानव विकास सूचकांक राष्ट्र के मानव विकास का औसत होता है जो कि मूलतः 3 सूचियों पर आधारित रहता है, शिक्षा, आय व स्वास्थ्य. सभी अन्य औसत की तरह ही यह भी जनसंख्या में उपस्थित असमानता को छिपाता है.

दो राष्ट्रों के मध्य अगर भिन्न भिन्न वितरण के बाद भी औसत के समय अंतर नहीं रह जाता. मानव विकास सूचकांक राष्ट्रों के शिक्षा, आय व स्वास्थ्य का औसत ही नहीं बताता बल्कि यह जनसंख्या में फैले सभी वितरण पर ध्यान आकर्षित करता है जो की एक स्तर पर आसमान हों.

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